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Saturday, September 16, 2023

वन संरक्षण कानून आदिवासियों की जमीन छीनने का षडयन्त्र

वन संरक्षण कानून आदिवासियों की जमीन छीनने का षडयन्त्र

15 सितम्बर 2023 ! जनजाति क्षेत्र में रहने वाले लोगों को वन संरक्षक कानून, आईपीसी, पैसा एक्ट, नगर पालिका, श्रम कानून जैसे कानुनों में बदलाव कर जमीनें हड़पने जैसी साजिश के खिलाफ जन आन्दोलन किया जायेगा यह विचार मजदूर किसान हक संगठन द्वारा आयोजित 15 सितम्बर 2002 को खदान मजदूर आन्दोलन के शहीद लक्ष्मण मीणा के शहादत दिवस की सभा में उभर कर आयें।

खदान मजदूर आन्दोलन के शहीद लक्ष्मण को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सभा की शुरुआत करते हुए मजदूर किसान हक संगठन के सचिव शान्ति लाल डामोर ने बताया कि लक्ष्मण की शहादत को 21 साल हो गये है पर खान मजदूरों की समस्याएं ज्यों की त्यों है।

लक्ष्मण शहादत दिवस पर आयोजित सभा में जनवादी मजदूर यूनियन के डीएस पालीवाल ने आदिवासी इतिहास के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि अंग्रेजों के आने से पहले आदिवासियों के जीवन संघर्ष और विद्रोह के बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिलती है पर अंग्रेजों द्वारा गजेटियरो, संस्मरणों, पत्र व्यवहार और आदेशों को देखने से ज्ञात होता है कि भीलों को मैदानी क्षेत्र से पहाड़ों में भगाने के बाद से ही वे लगातार विद्रोह कर रहे थे जो 1857 के बाद भी जारी रहे। पालीवाल ने विद्रोही मुखियाओं और 200 से अधिक तत्कालीन संघर्षों के बारे में बताया तथा स्पष्ट किया कि आदिवासी अपने स्वाभिमान, जमीन संस्कृति तथा अस्मिता के लिए संघर्ष करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज भी आदिवासी क्षेत्रों में वन संरक्षण कानून में संशोधन कर जमीन छीनने का षड्यंत्र जारी है और संघर्ष भी जारी है जिसे सुसंगठित कर तेज करना पड़ेगा।

सभा में बोलते हुए जनवादी मजदूर यूनियन के सचिव जयंती लाल मीणा ने मजदूर विरोधी चार कोड की चर्चा की तथा बताया कि अब कानूनी अधिकार न केवल समाप्त कर दिये गये हैं बल्कि पुंजीपतियो के पक्ष में कर दिये है। उन्होने बताया कि अब सभी तरह के मजदूरों के पास संगठित होकर संघर्ष करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।

सभा में मोहन डामोर ने पेसा कानून तथा वन अधिकार कानून पर आ रहे संकट के बारे में विस्तार से चर्चा की उन्होंने बताया कि सरकार धीरे-धीरे नरेगा को समाप्त कर रही है तथा सूचना के अधिकार कानून को भी कमजोर बनाने के प्रयास जारी है।

सभा का संचालन हक संगठन के शान्ति लाल डामोर ने किया तथा अध्यक्षता भेरा भाई ने की।


            प्रेषक

     शान्ति लाल डामोर